शिव जी हमारे बेवफा,
गौरा की कदर जानी नहीं,
भोले हमारे बेवफा,
गौरा की कदर जानी नहीं॥
ऐसे ताल से क्या फायदा,
जिसमें तनक पानी नहीं,
शिव जी हमारे बेवफा,
गौरा की कदर जानी नहीं......
ऐसे मनुष्य से क्या फायदा,
जिस की मधुर वाणी नहीं,
शिव जी हमारे बेवफा,
गौरा की कदर जानी नहीं......
ऐसे वृक्ष से क्या फायदा,
जिसकी तनक छाया नहीं,
शिव जी हमारे बेवफा,
गौरा की कदर जानी नहीं......
ऐसे जीवन से क्या फायदा,
जिसमें हरि सत्संग नहीं,
जिसमें तनक फुर्सत नहीं,
शिव जी हमारे बेवफा,
गौरा की कदर जानी नहीं......