मारा सांवरिया सिरमोर, थारा बंद दरवाजा खोल।
ओ माखन चोर मिश्री चोर, गलियन गलियन शोर।
मंडपिया वाला श्याम धनी, तू हसकर मुखड़े बोल।
मारा सांवरिया…..
कलयुग में तीर्थ है मोटो, मारा श्याम धनी तू है मोटो।
कोई नहीं है मारो बाबा, ई दुनिया रे माय।
तू बतडी नैया ने तारो, सांवरिया जी श्याम।
मारा सांवरिया…..
भक्ता ने लागो थे प्यारा, कलयुग में परचा है न्यारा।
अँधा ने आख्या देवो, लूला ने देवो पाँव।
मंडपिया वाला श्यामधनी, तू अब तो पलक खोल।
मारा सांवरिया…..
रोता ने हसता तू किना, दुखिया रा दुखड़ा तू लीना।
दुखिया रा दातार, सांवरा मारे सामो नाळ।
भक्ता रा दातार मासु, एकर मुखड़े बोल।
मारा सांवरिया…..
भक्ता रे कारण तू आवे, सूरत रे थारी मन भावे।
भक्त करी है अरज विनती, थारा चरणा माय।
भक्ता रा दातार मासु, एकर मुखड़े बोल।
मारा सांवरिया…..
मारा सांवरिया सिरमोर, थारा बंद दरवाजा खोल।
ओ माखन चोर मिश्री चोर, गलियन गलियन शोर।
मंडपिया वाला श्याम धनी, तू हसकर मुखड़े बोल।
मारा सांवरिया…..