जब याद तुम्हारी आती है ,मैं तेरे दर पर आता हूँ ,-2
अपने सुख दुःख को हे ठाकुर ,मैं रो रो कर मैं तुम्हें सुनाता हूँ।
जब याद तुम्हारी....
तुम मेरे हो मैं तेरा हूँ बस और नहीं कुछ याद मुझे -2
ये ध्यान सदा मेरे मन में रहे, ये विनय सुनाने आया हूँ।
जब याद तुम्हारी....
फूलों में तुम्हारी खुशबू है ,पत्तों में तुम्हारी हस्ती है -2
पर फूल नहीं है पास मेरे बस नैन चढ़ाने आया हूँ।
जब याद तुम्हारी....
तुम मेरे प्यारे सांवरिया मेरा तुमसे हमेशा नाता है -2
नहीं और मेरी कोई सुनता है मैं तुम्हें सुनाने आया हूँ।
जब याद तुम्हारी....
अपने सुख दुःख को हे ठाकुर ,मैं रो रो कर मैं तुम्हें सुनाता हूँ। -2