गजानन आ जाओ एक बार,
सभा में तुम्हें बुलाते है....
सबसे पहले हो तेरी पूजा,
फिर काम बने दुजा,
हो तेरे दर्शन हो हर बार,
सभा में तुम्हें बुलाते है.....
देवो में देव निराला,
तू माँ गोरा का लाला,
तेरी महिमा अपरम्पार,
सभा में तुम्हें बुलाते है......
मैंने तेरा ध्यान लगाया,
तेरा रूप मेरे मन भाया,
करो ख़ुशियों की बौछार,
सभा में तुम्हें बुलाते है......
यो अमरहेड़ी त आव,
आनन्द तेरी महिमा गाव,
सबका करदो बेड़ा पर,
सभा में तुम्हें बुलाते है.....