दीनो का पालनहारा,
दुखियों का एक सहारा,
मेरा श्याम है मेरा श्याम है,
मेरा श्याम ही तो है......
इसके जैसा देव ना दूजा,
सारी दुनिया ध्याति है,
खाटू वाले श्याम के दर पे,
शीश झुकाती है,
हारे का जो साथ निभाए,
निर्बल की लाज बचाए,
मेरा श्याम है मेरा श्याम है,
मेरा श्याम ही तो है.....
कलयुग का देव निराला,
इच्छा फल देता है,
बिन बोले ही सेवक की,
मंशा पढ़ लेता है,
माझी जो बनकर आए,
कश्ती को पार लगाए,
मेरा श्याम है मेरा श्याम है,
मेरा श्याम ही तो है.....
एक बार जो खाटू जाए,
बार बार जाएगा,
‘हर्ष‘ कहे चुम्बक सा,
खिंच बुलाएगा,
भटके को राह दिखाए,
सर पे जो हाथ फिराए,
मेरा श्याम है मेरा श्याम है,
मेरा श्याम ही तो है....