जग ये मुझे क्या लुभाये भला क्या भटकाए,
जब खाटूवाला राह दिखाए,
मेरा सर्वेश्वर मेरा श्याम, मेरा परमेश्वर मेरा श्याम॥
होता ना में कभी कमजोर श्याम ने थामी जिंदगी की डोर,
मुश्किलों का भी अब चले ना कोई जोर,
कदम नही डगमगाये ये बढ़ते ही जाये,
जब खाटूवाला राह दिखाए,
मेरा सर्वेश्वर मेरा श्याम....
माया में फसूँगा क्यूँ भला मायापति से है मेरा नाता,
दर ये साँवरे का हर खुशियों का पता,
फिर क्यूँ कोई कहीं जाये यहीं बस जाये,
वो हर दम रटता जाये,
मेरा सर्वेश्वर मेरा श्याम....
गुरु आलूसिंह जी भक्त है महान उनके आदर्शों पे चलते है श्याम,
"गोलू" तू रटेजा बस श्याम का ही नाम,
श्याम-श्याम जो भी गुनगुनाए कृपा हो जाये,
तो क्यूँ ना तू भी रटन लगायें,
मेरा सर्वेश्वर मेरा श्याम....