मैंने अर्जी लिखदी बाबा तेरे दरबार में
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में,
इस अर्जी में लिखा है तू ध्यान से पड़ ले ॥
कुछ छुट ना जाये प्रभु मेरा मान तू रख ले,
मत करना बाबा देरी क्या सोच विचार मे,
बस मोहर लगा दो.........
मेरे रस्ते में सांवरिया,कांटे ही काट पड़े ॥
जब ये पैरो में चूब ते मेरे आंसू निकल पड़े,
फिर दिल से आहा निकल ती क्या कमी है प्यार में,
बस मोहर लगा दो.......
सारे कहते है मुझको तू श्याम दीवाना है ॥
सबको कहता है तू तो खाटू में ठिकाना है,
खुद राहुल बात बनादो पहले सरकार से
बस मोहर लगा दो.......