मन हरि हरि बोल ,
हरि नारायण तू बोल,
मन हरि हरि बोल,
हरि नारायण तू बोल॥
छोड़ के सारे जग के बंधन,
नाम हरि का जप ले,
नाम हरि का जप ले,
हरि नाम की मिश्री अपने,
कानों में तू घोल,
मन हरि हरि बोल,
हरि नारायण तू बोल॥
साथ नहीं जाएगी तेरे,
माया और ये काया,
माया और ये काया,
माया और काया के पीछे,
ऐसे तू मत डोल,
मन हरि हरि बोल,
हरि नारायण तू बोल॥
केवल नाम यहीं सच्चा है,
झूठी दुनिया सारी,
झूठी दुनिया सारी,
झूठी दुनिया सारी है ये,
अब तो आखें खोल,
मन हरि हरि बोल,
हरि नारायण तू बोल॥
अंत समय तक तेरे केवल,
काम यहीं आएगा,
काम यही आएगा
भव से पार उतर जाएगा,
नाम बड़ा अनमोल,
मन हरि हरि बोल,
हरि नारायण तू बोल॥