मेरे शिवशंकर भोले,
मन के मंदिर में पधारों,
मेरे भी भाग्य संवारो भोले,
मेरे भी भाग्य सवारो....
साँझ सवेरे करु पूजा मैं तेरी,
विनती सुनो भोलेनाथ अब मेरी,
तेरे चरणों में मैं तो ध्यान लगाऊँ,
बस तेरी माला जपूँ तेरे गुन गाऊँ,
हे अवघड़दानी सुन लो,
अब तो कुछ मन में विचारों,
मेरे भी भाग्य संवारो भोले,
मेरे भी भाग्य सवारो....
तेरी भक्ति से पाया अन धन सोना,
सब दूख दूर हुए काहे को रोना,
तेरी कृपा से छूटे दुनिया के बंधन,
अर्पण करुँ मैं तुम्हें अपना ये तन मन,
तुम ही पिता परमेश्वर,
बेटी समझ के दुलारो,
मेरे भी भाग्य संवारो भोले,
मेरे भी भाग्य सवारो....
Shweta Pandey ( Varanasi )