एक बार माँ आ जाओ,
फिर आके चली जाना,
जाने नही देंगे माँ तुम जेक तो दिखलाना
युग युग से प्यासी है दर्शन को निगाहे माँ,
देके झकल अपनी दिखाके चली जाना,
एक बार माँ आ जाओ.........
चरणों से लिपटा मैं चरणों को न छोडूगा,
हाथ देया का माँ मेरे सिर पर धर देना,
एक बार माँ आ जाओ.........
कहते है तेरे दर पर रहमत का खजाना है,
दो बूंद दया की माँ बिखरा के चली जाना,
एक बार माँ आ जाओ.........