साँवरिया, मेरी गाड़ी छूटी जाए ll
*जाना है मुझे वृंदावन ll, कुछ भी समझ न आए,,,
साँवरिया, मेरी गाड़ी छूटी जाए,,,,,,,,,,,,,
वृंदावन के राज दुलारे, सुन लो विनती मेरी l
अपने दीवानों में अब तो, कर लो गिनती मेरी ll
*सर पे हाथ तुम्हारा रख दो ll, अब तो रहा न जाए,,,
साँवरिया, मेरी गाड़ी छूटी जाए,,,,,,,,,,,,,
कैसा लगता होगा जब तुम, सजकर आते होगे l
वृंदावन का कण कण बोले, बँसी बजाते होगे ll
*हमने तुमको इतना चाहा ll, कोई कभी न चाहे,,,
साँवरिया, मेरी गाड़ी छूटी जाए,,,,,,,,,,,,,
अपने दीवानों से कान्हा, क्यों है इतनी दूरी l
तुमको है मालूम साँवरिया, मेरी क्या मजबूरी ll
*भीड़ बहुत है स्टेशन पर ll, कैसे टिकट कटाएं,,,
साँवरिया, मेरी गाड़ी छूटी जाए,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तीभोपाल