श्याम खाटू वाले नै इबै आणो पड़सी विपदा सू दास नै बचाणो पड़सी
विपदा सू दास नै बचाणो पड़सी -2
श्याम खाटू वाले नै लीले घोड़े वाले नै इबै आणो पड़सी विपदा सू दास नै बचाणो पड़सी
- दानी हो वरदानी हो थे कल्युग मै खाटूवासी '
पायो है जो रूप दिखाणो पड़सी , श्याम खाटू वाले नै इबै आणो पड़सी
- शीश दियो वरदान लियो थे अमर कियो लीलाधारी '
सुणी है कहानीया निभाणी पड़सी । श्याम खाटू वाले नै इबै आणो पड़सी
- गणपत दाता हनुमत दाता साथ रवै शीव कैलाशी
भुल्यो हू मै राह दिखानी पड़सी श्याम खाटू वाले नै इबै आणो पड़सी
- रोता आवै हँसता जावै कोटि कोटि जन अभिलाषी ।
दुनिया कै ताना सै बचाणो पड़सी श्याम खाटू वाले नै इबै आणो पड़सी
- कह गुरु साँवल राम रटै सै सुख पावै है नर नारी '
शरण पड़े की निभाणी पड़सी श्याम खाटू वाले नै रबै आणो पड़सी