मोहन को बना लो वकील मुकदमा जारी है.....
वाह दिल की तुम करो सफाई,
जब पकड़ेंगे तो है चार सिपाही,
तब देगा तेरी कौन गवाही,
तेरे ना देगी तहसील गली वह न्यारी है,
मोहन को बना लो वकील मुकदमा जारी है.....
जब तेरा घर से टिकट कटेगा,
तेरे पास नहीं कोई रुकेगा,
फोनवा तेरा सब दूर भगेगा,
तेरी कौन करेगा तफ्तीश में सम्मन जारी है,
मोहन को बना लो वकील मुकदमा जारी है.....
वहां पर तेरी छूट ना चाले,
तेरी गठरी को चोर निकालें,
जब तू पड़ेगा यम के पाले,
रस्ते में मिलेंगे चौकीदार करेंगे वह ख्वारी,
मोहन को बना लो वकील मुकदमा जारी है.....
जो मानव जो पाप करेगा,
धर्म ना तेरे साथ रहेगा,
माल खजाना सब पड़ा रहेगा,
तेरी फिर ना होगी अपील लड़ाई जारी है,
मोहन को बना लो वकील मुकदमा जारी है.....