मेरे गम से बेखबर गर श्रीराम आप होगें,
बर्बाद मैं हुआ तो बदनाम आप होगें.....
मैं राम नाम रटकर फिर भी सहूँगा दुःख तो,
बदनामियों से कैसे गुमनाम आप होगें,
मेरे गम से बेखबर गर श्रीराम आप होगें,
बर्बाद मैं हुआ तो बदनाम आप होगें.....
नैनों से प्रेमजल की बरसात तभी तो होगी,
घन बनकर जब ह्रदय में घनश्याम आप होगें,
मेरे गम से बेखबर गर श्रीराम आप होगें,
बर्बाद मैं हुआ तो बदनाम आप होगें.....
राजेश है तुम्हारा तु उसके दोष बुनके,
आगाज आप होगें अंजाम आप होगें,
मेरे गम से बेखबर गर श्रीराम आप होगें,
बर्बाद मैं हुआ तो बदनाम आप होगें.....