अपना ध्यान तो राख ले बाबा, दुनिया का के भरोसा,
आज यो तेरी कल ने मेरी, दुनियां रैन बसेरा सै.....
यो दुनिया तेरी बनाई, इस दुनिया का दस्तूर है,
जब तक तू काम का बाबा, तब तक हि तुझमें नूर है,
बाबा तू है हर प्रेमी का, पर दुनिया नहीं यों तेरी रे,
अपना ध्यान तो राख ले बाबा....
अरे ठाठ ते सोया कर तू, क्यूँ दुनिया कि परवाह करें,
यों कलयुग है मेरे बाबा, यहाँ कौन किसे का होया करें,
हाल तेरा यहाँ कोई ना पूछें, सब लुटन कि तैयारी में,
अपना ध्यान तो राख ले बाबा....
तेरी चिंता नहीं मिटेगी, तू बाप सा फर्ज निभारा है,
जो माँ को वचन दिया था, वो अब तक श्याम निभारा है,
भावों में कोई गलती हो गई, "प्रथम" यों बालक तेरा सै,
अपना ध्यान तो राख ले बाबा...........