ना मारो ठोकर मैया जी,
मैं दुनिया का सताया हूं,
बसा लो चरणों में मुझको,
मैं शरण में तुम्हारी आया हूं,
ना मारो.....
सुना है मिलता है सहारा,
तुम्हारे दरबार में किस्मत के सतायों को,
मेरा भी साथ देदो मैया जी,
मैं भी किस्मत का सताया हूं,
बसा लो चरणों में मुझको,
मैं शरण में तुम्हारी आया हूं,
ना मारो.....
सुना है मिलता है सहारा,
तुम्हारे दरबार में हुए अपनों से परायों को,
मुझे भी अपना लो मैया जी,
राजीव को अपना लो मैया जी,
मैं भी अपनों में पराया हूं,
बसा लो चरणों में मुझको,
मैं शरण में तुम्हारी आया हूं,
ना मारो.....
सुना है मिलता है सहारा,
तुम्हारे दरबार में दुनिया के ठुकरायों को,
मुझे भी ले लो शरण में मैया जी,
मैं भी दुनिया का ठुकराया हूं,
बसा लो चरणों में मुझको,
मैं शरण में तुम्हारी आया हूं,
ना मारो.....