विनती करने आई हु मेरी अरज को न ठुकरियो,
हलवा चनना मैं लाई हु माँ इसको खा कर जइयो,
आ जेइयो माता रानी तुम भोग लगा कर जेइयो,
मंदिर में है भीड़ पड़ी बड़ी लम्बी लगी कतार,
मंदिर से मेरे लगे नैना तुम को रहे निहार,
रुखा सुखा जो लाये मेरी थाली से खइयो,
आ जेइयो माता रानी तुम भोग लगा कर जेइयो,
मेरे जीवन की जग्जनी तुम हो भाग्यबिदाता
भूल नही सकती जगदम्बे माँ बेटी का नाता,
नो दुर्गा के रूप में आ के मुझको दर्श दिखियो,
आ जेइयो माता रानी तुम भोग लगा कर जेइयो..
मांग संदूर विराजत माँ के टिका मिर्ध मद सोहे,
उज्वल है माँ के नैना प्यारी छवि मन मोहे,
लाखो करोड़ो भगत है माँ के मुझको भूल ना जियो,
आ जेइयो माता रानी तुम भोग लगा कर जेइयो