जब जब लिया सहारा तेरा बिगड़े बने मेरे काम,
सुख दुख में मेरे जीवन साथी बन गए हनुमान,
प्रेम का तार न टूटे तेरा दरबार न छूटे...
मैने तेरे भरोसे अपनी ये जीवन नाव चलाई,
आकरके इसे पर लगाना महावीर हनुमान,
प्रेम का तार न टूटे तेरा दरबार न छूटे...
मां अंजली के लाल कहाए रामजी के प्यारे,
अष्ट सिद्धि नव निधि का ऐसा पाया है वरदान,
प्रेम का तार न टूटे तेरा दरबार न छूटे...
।।हनुमान जी महाराज की जय।।