कान्हा हम तो लूट गये तेरे प्यार में,
जाने तुझको खबर कब होगी.....
मैने तेरे नाम ओ कान्हा लिख दी अपनी अर्ज़ी,
इस अर्ज़ी में पास करे या फैल करे तेरी मर्ज़ी,
कान्हा हम तो लूट गये तेरे प्यार में,
जाने तुझको खबर कब होगी.....
रंग मे तेरे रंग गयी गिरधर छोड़ दिया जग सारा,
इस जीवन मे मुझको कांन्हा तेरे नाम का सहारा,
कान्हा हम तो लूट गये तेरे प्यार में,
जाने तुझको खबर कब होगी.....
राधा राधा जपते जपते मिल गये मुझको कान्हा,
जीवन में मेरे लौट के अब ना जाना कान्हा,
कान्हा हम तो लूट गये तेरे प्यार में,
जाने तुझको खबर कब होगी.....