करते हैं तुम्हारा कीर्तन,
बजरंग बली स्वीकार करो,
आएं शरण हम तुम्हारी,
बाला जी उद्धार करो,
बजरंग बली स्वीकार करो,
बाला जी उद्धार करो....
ना भक्ति की हममें युक्ति,
ना सेवा करने की है शक्ति,
नवाया शीश चरणों में,
दे दो संकटों से मुक्ति,
करो कृपा निवार करो,
बाला जी स्वीकार करो,
करते हैं तुम्हारा कीर्तन....
आती नहीं खेनी हमें नैया,
डूब रहें हैं भव में संकट हरैया,
आके थाम लो पतवार,
लगा दो पार बन जाओ खिवैया,
करो कृपा पार करो,
बाला जी स्वीकार करो,
करते हैं तुम्हारा कीर्तन...
गाते हैं महिमा नाथ सब तुम्हारी,
संकट मोचक नाम हितकारी,
आएं तुम्हारे दर पे,
बना लो चरणों का पुजारी,
करो कृपा उपकार करो,
बाला जी स्वीकार करो,
करते हैं तुम्हारा कीर्तन...
©राजीव त्यागी नजफगढ़