दुःख की नैया पार लगाओ एह मेरे बजरंग बलि,
मैं भी भंडारा करवाऊ बड़े मंगल को बजरंग बलि,
दुःख की नैया पार लगाओ एह मेरे बजरंग बलि,
सुना है तुमने सब की नाइयाँ पार लगाई,
मेरी भी सुन ले बाबा तुझसे आस लगाई,'
मुझे भी खुशियां देदे सुनी है मेरे दिल की गली,
जय जय बजरंग बलि ,
दुःख की नैया पार लगाओ एह मेरे बजरंग बलि,
भजे जो हनुमत को वो माला माल हुआ है,
फेरी नजरे जिसने वो कंगाल हुआ है ,
मुझे तो अच्छी लगती है हनुमान की भगति भली,
जय जय बजरंग बलि ,
दुःख की नैया पार लगाओ एह मेरे बजरंग बलि,