फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में.....
आरती मैया की आज उतारों,
मैया जी के चरण पखारों,
चरण पखारों,
लाओ गंगाजल भरके गगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में,
फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में…..
घंटा झांझर, शंख बजाओं,
मैया की जयकार लगाओ,
बाँध दो लाल, अटरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में,
फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में……
अँगना सुन्दर चौंक पुरावो,
रंगोली सतरंगी सजाओ,
नाम अम्बे का लिख दो,किवरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में,
फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में………
नौ दुर्गा के सजे जवारे,
लागे जैसे चंदा तारे,
जस गाओ दिन रात और दुपहरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में,
फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में……..
जगदम्बा माँ आज पधारीं,
जय जयकार करें नर नारी,
ऊँचा आसन लगा है बजरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में,
फूल बिखराओ सारी डगरियाँ में,
जगदम्बे बिराजी नगरियां में,
मेरी मैया बिराजी नगरियाँ में……