मेरी शेरावली माँ तू इतना ना करियो श्रृंगार,
नज़र तोहे लग जाएगी....
तेरे टीके पे मन मेरा अटका,
प्यारा लगे तेरे कानो का झुमका,
तेरे लम्बे लम्बे बाल,
तू इतना ना....
तेरी नथनियाँ पे मन मेरा अटका,
प्यारा लगे तेरे गले का हरवा,
तेरी प्यारी सी मुस्कान,
तू इतना ना....
तेरी चूड़ियों पे मन मेरा अटका,
प्यारा लगे तेरे हाथों का कंगना,
तेरी मेहँदी रची है लाल- लाल,
तू इतना ना....
तेरी तगड़ी पे मन मेरा अटका,
प्यारा लगे तेरे कमर का गुचा,
तू कर सोलह श्रृंगार,
तू इतना ना....