मैया ओ मैया ,तेरी चुनर मैं सजाऊंगी
मैया ओ मैया ,तेरी चुनर में सजाऊंगी
चुनर तारोंजड़ी होगी, मोतियन की लटकन होगी
लाल-लाल चुनर, मेरी मैया को ओढाऊंगी
मैया ओ मैया ,तेरा भोग में बनाऊंगी
होगा हलवा पूरी चना ,मेवाऔर पान बीड़ा
रुच रुच भोग ,मेरी मैया को लगाऊंगी
मैया ओ मैया ,तेरा सिंगार सजाऊंगी
करूं सोलह सिंगार ,गले फूल की माल
हंस-हंसकर मैया का ,रूप में सजाऊगी
मैया ओ मैया ,तेरी रात जग आऊंगी
तेरी चौकी में सजाऊं, भक्तों को बुलाओ
गा गा कर रश्मि ,भजन सुनाए गी
मैया ओ मैया, तेरा मंदिर सजाऊंगी-
चढ़ाऊं छतर त्रिशूल ,जलाऊं धूप और दीप चढ़चढ ऊंची मईया,ध्वज में फहराऊंगी
मैया ओ मैया ,तेरा सिंगार सजाऊंगी