रोम रोम में राम समाये राम समय राम नाम चित्र चयन,
समय राम समय जब लग घट में प्राण है मेरे गुण,
गाऊंगा रघुवर तेरे और कुछ ना भाये....
मनमंदिर मेरे गांव में देवता सांस सांस में उनको देखा,
राम नाम राज हीरे मोती राम नाम भव तारक है…..
मैं आया हूं द्वार तिहारे सुख वैभव सब जग के त्यागे,
मैं शरणागत हूं अवधेश वर आपने पत्थर तारे हैं…
जर जर मैली तन की चदरिया गांठ गठीली दागी,
दुनिया तेरे नाम की माला जपते गोरख धंधा करते हैं…