दुनिया रही न बाबा मेरे काम की,
बुट्टी तू पिला दे मने राम नाम की,
दुनिया रही न बाबा मेरे काम की.....
जो दुनिया पे हार के आया,
बाला जी तने वो गले से लगाया,
पिलादे न बूंद भगती के जाम की,
दुनिया रही न बाबा मेरे काम की......
नाव भवर में है दूर किनारा,
बाला जी हो मने तेरा सहारा,
पार लगा दे बोलके जय श्री राम की,
दुनिया रही न बाबा मेरे काम की......
दीसी सिंह का से ज्ञान अधुरा,
तेरी दया से बाबा हो जा पूरा,
शान से भगत यो मगन गाम की,
दुनिया रही न बाबा मेरे काम की......