तू शब्दो का दास रे जोगी, तेरा क्या विश्वास रे जोगी,
राम नहीं तू बन पाएगा, क्यों फिरता वनवास रे जोगी,
तू शब्दो का दास रे जोगी, तेरा क्या विश्वास रे जोगी॥
एक दिन विष का प्याला पी जा, फिर ना लगेगी प्यास रे जोगी,
तू शब्दो का दास रे जोगी, तेरा क्या विश्वास रे जोगी॥
भर आईं है मन की आँखें, बह गए सब अरमान रे जोगी,
इक पल के सुख की क्या कीमत, दुख है बारह मास रे जोगी,
तू शब्दो का दास रे जोगी, तेरा क्या विश्वास रे जोगी॥
ये सांसो का बन्दी जीवन, किसको आया रास रे जोगी,
तू शब्दो का दास रे जोगी, तेरा क्या विश्वास रे जोगी॥