ए कोमल चित मैया मेरी ममता मई मैया,
इतनी तो दया करना,
ए कोमल चित मैया इतनी तो दया करना,
मन रहे तेरे चरणों में तुम मन मे रहा करना,
ए कोमल चित मैया......
इतनी बड़ी दुनिया में यहाँ कोई नही अपना,
इतनी बड़ी दुनिया में यहाँ कोई नही अपना,
जब तुम ना बनी अपनी फिर किसको कहुँ अपना,
जब तुम ना बनी अपनी फिर किसको कहुँ अपना,
है चाह यही अपनी अपना ही रहा करना,
ए कोमल चित मैया......
बेदर्द ये दुनिया है खुदगर्ज जमाना है,
बेदर्द ये दुनिया है खुदगर्ज जमाना है,
सुनने को ये सुनती है पर अब ये जाना है,
सुनने को ये सुनती है पर अब ये जाना है,
भूल हो ना जमाने मे ऐसी ही कृपा करना,
ए कोमल चित मैया......
जग के जो सताये है उन्हें तेरा सहारा है,
जग के जो सताये है उन्हें तेरा सहारा है,
दुखियो का ठिकाना जहाँ वहां तेरा ही द्वारा है,
दुखियो का ठिकाना जहाँ वहां तेरा ही द्वारा है,
मैं भी तेरे दर पे गिरा मुझपर तो दया करना,
ए कोमल चित मैया......