श्यामा आ भी जा मेरे गरीब खाने में,
क्यों देर लगाई तूने आने में....
ये सुना हमने तू दयालु है श्याम,
मेरे हारा वाले तुम कृपालू हो श्याम,
कोई तुमसा नहीं है जमाने में,
श्यामा आ भी जा....
मेरी नैया के आप खिवैया हो श्याम,
मेरी कश्ती के पार लगईया हो श्याम,
क्या बिगड़ेगा बिगड़ी बनाने में,
श्यामा आ भी जा....
क्यों सताते हो श्याम तुम आ जाओ,
श्याम आ जाओ, श्याम आ जाओ,
इस गरीब का मान बढ़ा जाओ,
मैं दिखती हूं तेरे दीवानों में,
श्यामा आ भी जा....