खाटू वाले श्याम धणी की महिमा अपरम्पार,
तेरी जय जयकार ओ बाबा तेरी जय जयकार.....
सच्चे मन से दर पर आकर जो भी अर्ज़ लगाए,
शीश का दानी खाटू वाला उसका साथ निभाए,
हर ग्यारस को दर्शन करने आते लख नर नार,
तेरी जय जयकार ओ बाबा तेरी जय जयकार......
न्यायाधीश कहाये तेरी है सच्ची दरबारी,
सच्चा न्याय चुकाता आया बाबा लखदातारी,
लख लख करके देने वाला तू है लखदातार,
तेरी जय जयकार ओ बाबा तेरी जय जयकार......
जबसे तेरी ज्योत जगाई जीवन में उजियारा,
तेरे दर पर हार जो मानी फिर जग में नहीं हारा,
हर्ष कहे तेरे दर्श मात्र से हो जाए उद्धार,
तेरी जय जयकार ओ बाबा तेरी जय जयकार.......