महीना कार्तिक का मैं तो जा सा खाटू धाम,
दर्शन कर शा ही मैं तो बाबा थारा श्याम,
जन्मदिन आयो है,
बागो पचरंगो श्याम ने करेया शाह,
विधाई भगता संग श्याम में मेगा श्याम,
खीर चूमरो भोग लगाओ श्याम जीमो बाबा श्याम,
जन्मदिन आयो है,
श्याम सोनो सोनो थारो यो मुखडो,
देख के लागे यु चाँद को है टुकड़ो,
नजर न लागे श्याम धनि के लेवो नजर उतार,
जन्मदिन आयो है,
माहरो श्याम धनि आज मुस्कावे जी,
देख के भगता ने श्याम हरषावै जी,
श्याम कवे भगता पे बाबो लुटा रहे है प्यार,
जन्मदिन आयो है,