वो आया था वो आएगा,
कान्हा से पुराना बंधन है,
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है,
हाथों से सजाता जीवन है....
खामोशी को लाचारी को,
एक पल में ये समझता है,
महसूस इसको हो जाता जब,
भक्त का आंसू टपकता है,
इनको जितना समझो काम है,
हाथों से सजता जीवन है,
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है,
हाथों से सजाता जीवन है.....
नरसी जी का मीरा जी का,
कर्मा का मान बढ़ाया है,
खुद बिक के इसने भक्तों का,
हर दम क़र्ज़ चुकाया है,
ये ही मेरा जीवन धन है,
हाथों से सजाता जीवन है,
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है,
हाथों से सजाता जीवन है.....
दीवानो का दीवाना है,
माया का इसको ना चाव है,
प्रेमी है ये उस प्रेमी का,
रखता जो प्रेम का भाव है,
कहता मोहित इनसे हम हैं,
हाथों से सजाता जीवन है,
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है,
हाथों से सजाता जीवन है......