आज मालिन बने है बिहारी श्री राधा जी से मिलने को ॥
आज श्याम ने टिका लगया,टिका लगाया ॥
और पेहनी नथनिया थारी के राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........
आज श्याम ने लहंगा पेहना ॥
और चुनरी पे लगी है किनारी के राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........
श्याम अब सुनो री सखियों ॥
तुम्हरी राधा की उची अटारी राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........
सखियों ने उस सच ही माना,
अपनी राधा की उची अटारी के राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........
सखियों को तो शक हो आया,
ये तो चाल चले मतवाली के राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........
सखियों ने जब गुंगत उठाया,
उस गुंगते से निकले बिहारे के राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........
सखियों के संग रास रचाया,
वो तो सूद वुध भूल गई सारी,राधा जी से मिलने को,
आज मालिन बने है.........