बंसी बजदी ना श्याम तो बिना,
राधा नचदी ना बंसी तो बिना....
गोकुल दे विच गऊयां चरावे,
गउयां चरावे बछड़े चरावे,
ओ गऊयां चरदी ना बंसी तो बिना,
ओ बंसी बजदी ना......
यमुना किनारे रास रचावे,
रास रचावे सखियां बुलावे,
ओ रास रचदी ना बंसी तो बिना,
ओ बंसी बजदी ना......
नंद गांव में मक्खन चुरावे,
मक्खन चुरावे मटकियां तोड़े,
ओ मटकी टूटदी ना श्याम तो बिना,
ओ बंसी बजदी ना श्याम तो बिना....