आज फिर ग्यारस आई है,
श्याम की चिट्ठी आई है,
चलो चलो चलो चलो,
चलो खाटू चलो,
हम खाटू जाएंगे,
निशान चढ़ाएंगे,
श्याम से मिलकर आएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
चलो चलो चलो चलो,
चलो खाटू चलो......
खाटू की गलियों में घूमेंगे हम,
श्याम तेरे जयकारे लगाएंगे हम,
ऐसी कृपा हो तेरी सांवरे,
हर ग्यारस खाटू आ जाएं हम,
हम तेरे आशिक हैं,
हम तेरे आशिक रहेंगे,
ये सब को कहेंगे,
हम खाटू जाएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
चलो चलो चलो चलो,
चलो खाटू चलो.......
श्याम तेरे बि रहा जाता नहीं,
तेरे सिवा मुझे कोई भाता नहीं,
छा जाए दुख के बादल अगर,
नजर तेरे सिवा मुझे कोई आता नहीं,
हम तेरे सहारे हैं,
तेरी शरण में रहेंगे,
कहीं और ना जाएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
चलो चलो चलो चलो,
चलो खाटू चलो.......
जब से देखा है तुझे सांवरे,
शिवम हो गया तेरा सांवरे,
हम तेरी मोहब्बत में चूर हो गए,
तेरा नाम ले लेकर मशहूर हो गए,
हम श्याम दीवाने हैं,
ये शान से कहेंगे,
हम ना शर्माएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
हम खाटू जाएंगे,
चलो चलो चलो चलो,
चलो खाटू चलो......