हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये,
दुखी जन ने जब भी नीले नैन से पुकारा तुम्हे तो सदा पास आये,
हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये
आये विपदा की कैसी ये भारी घडी,
जाने क्या हो गा कल सोच नींदिया उडी,
बुरे दिन में दाता तुम्ही साथ आये
नैनो में आशा के तू दीपक जलाए,
हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये
हाथो में ले निशान दर पे हम भी खड़े,
तेरे रहमत की बुँदे हम पे पड़े,
किया अपना जीवन तेरे हवाले कदम लड़ खड़ाये तो आके तू सम्बाले,
हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये