बस तेरी आस है मन में विश्वाश है,
ये बुरा वक़्त मेरा गुजर जाए गा,
श्याम तू जो मिला हो गया सिलसिला,
मेरा दामन तो खुशियों से भर जाये गा,
बस तेरी आस है......
दूर चोकथ से था मैं गुन्हा गार हु,
अब तेरी रहमतो का तलब दार हु,
मैं तेरे पास हु तू मेरे पास है,
मेरे जीवन का हर पल स्वर जाए गा,
बस तेरी आस है ........
जो तेरे आसरे वो तेरा ख़ास है,
मुझ पे करदो किरपा मेरी अरदास है,
तुझको बोलू यही ना मैं डोलू कही,
जो तू रूठा ये दीवाना मर जाये गा,
बस तेरी आस है ..........
तेरी नजरे कर्म हो गई संवारे,
रहता हम सब के लब पे तेरा नाम संवारे,
तू अगर साथ है सिर पे हाथ है,
वक़्त चोखानी का भी सुधर जाए गा,
बस तेरी आस है ........