होली खेलन राधा आयी रे जाके कान्हा से कह दो,
कान्हा से कह दो मुरली से कह दो,
बरसाने से आई रे जाके कान्हा से कह दो……..
छम छम करती महल से निकली,
संग सहेली लाई रे जाके कान्हा से कह दो,
बरसाने से आई रे जाके कान्हा से कह दो……..
रंग रंगीली होली खेली,
फूली वाली होली खेली,
फिर लठ मार भगाई रे जाके कान्हा से कह दो,
बरसाने से आई रे जाके कान्हा से कह दो……..
नारायण छवि पे मैं वारी जाऊ,
बारह महीने मैं फागुन मनाऊ,
दिल की तू कर सुनवाई रे जाके कान्हा से कह दो,
बरसाने से आई रे जाके कान्हा से कह दो……..
मुरली छीनी पीताम्बर छीना,
श्याम बना है लुगाई रे जाके कान्हा से कह दो,
बरसाने से आई रे जाके कान्हा से कह दो….