ओ बाबा श्याम तू कद सुणसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताही आंख्या तरसी रे.....
म्हाने सुणी है हारयोडा को साथ निभावे है तू,
सांचा मन सु जो भी ध्यावे वा को काम बणावे तू,
म्हासू गलती काई होगी रे,
टाबरिया री दर्शन ताही आंख्या तरसी रे......
थारी मर्जी जइया बाबा नाव चला या म्हारी,
चाहे डूबा दे बीच भंवर, या पार लगा गिरधारी,
थारी मर्जी में म्हारी मर्जी रे,
टाबरिया री दर्शन ताही आंख्या तरसी रे.......
जनम जनम गुण गावू, थारा कर दे मनसा पूरी,
दास करे अरदास साँवरा, अब क्यूं राखे दूरी,
राजू बस चरणा में रहसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताही आंख्या तरसी रे,
ओ बाबा श्याम तू कद सुणसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताही आंख्या तरसी रे......