अद्भुत हैं खाटू श्याम,
हारे का सहारा बन जाते,
इन चरणों में सब धाम सब धाम,
मन चाहा फल सब हैं पाते,
अद्भुत हैं खाटू श्याम.....
नीले घोड़े की सवारी है,
वो तीन बाणों के धारी हैं,
मोरवी-नंदन बाबा श्याम खाटू श्याम,
तेरे नाम से दुख सब टल जाते,
अद्भुत हैं खाटू श्याम.....
महाभारत युद्ध देखना था,
हारे को सहारा देना था,
मांगा कृष्ण ने शीश का दान हाँ दान,
बाबा शीश के दानी कहलाते,
अद्भुत हैं खाटू श्याम.....
कुरुक्षेत्र सुदर्शन चक्र चला,
बर्बरीक ने देखी गिरधर लीला,
दिया श्याम ने अपना नाम हाँ नाम,
खाटू श्याम से फिर जाने जाते,
अद्भुत हैं खाटू श्याम.....