ए हे बाबा आयो रे भादरवो मास,
रुनिचे मारो मन लागो,
मरे उठी रे हिवड़े रे हिलोर... रुनिचे मारो मन लागो,
अजमल जी रा कवर कहावो,
बाई सुगना रा बीर ,
ऐ हे माता मेना दे रा लाल पूजावो,
रानी नेतल रा जीव .... रुनिचे मारो मन लागो.....
बीज भादवा बाबा मेलो भरसी,
दुनिया थारो जय कारो करसि,
ऐ हे .दुखिया रा दुखड़ा बाबो हरसि,
धाम जागे रे हमेश... रुनिचे मारो मन लागो......
लाखो बणजारो बालद लायो,
जुट बोल्यो बाबा लूण बणायो,
ऐ हे हाथ जोड़े शरणा में पड़ियो,
लूण री मिसरी बने.. रुनिचे मारो मन लागो.....
हरजी भाटी बाबा चवर ढुलायो,
धरम तंवर थारो भजन सुनायो,
ऐ हे हेलो मारो सुनो धनी राम देव,
गांव रुनिचे बुलाय.... रुनिचे मारो मन लागो......