मेरे सर्व जगो, सर्वत्र जगो।
प्रभु आप जगो, प्रभु आप जगो।।
दुखान्तक खेल का अंत करो ।
प्रभु अंत करो, अब अंत करो ।।
सुखान्तक खेल प्रकाश करो।
प्रभु आप जगो, परमात्म जगो।।
मेरे सर्व जगो, सर्वत्र जगो ।
प्रभु आप जगो परमात्म जगो।।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
श्री वृन्दावन बिहारी लाल की जय ।
श्री सच्चे महाप्रभु की जय।
स्वर : परम् पूज्या संत करुणामयी गुरु माँ