जब वक्त आखरी आएगा परिणाम ना जाने क्या होगा,
परिणाम ना जाने क्या होगा, तेरा हाल ना जाने क्या होगा,
सब उम्र बीत गई धोखे में तेरा हाल ना जाने क्या होगा.....
जिस राम ने सुख धन दान दिया,
नहीं प्रेम से उसका नाम लिया,
जीवन भर पाप तमाम किया,
परिणाम ना जाने क्या होगा.....
हीरा सजीवन खोया है,
तूने मन का महल ना धोया है,
यह बीज पाप का बोया है,
परिणाम ना जाने क्या होगा.....
विषयों में जीवन गवा दिया,
सब झूठ कपट छल किया,
नहीं संत जनों से प्यार किया,
परिणाम ना जाने क्या होगा.....
ना कोई शुभ काम किया,
इस धन से ना कन्यादान किया,
नहीं राम का नाम लिया,
परिणाम ना जाने क्या होगा.....
जब अंत समय तेरा आएगा,
तू पड़ा पड़ा पछतायेगा,
ना कोई साथ निभाएगा,
परिणाम ना जाने क्या होगा.....