मैं खड़ी उडीका राह के आज मेरा श्याम आयेगा,
जे श्याम न आया कोई पैगाम आयेगा.....
मैं बैठी रस्ता रोक मैनु लोग पुछदे, मैनु लोग पुछदे,
क्यो लया ई रस्ता रोक, तेरे हाथ की आयेगा,
जे श्याम न आया कोई पैगाम आयेगा.....
मैं पूछा उड़दे पंछिया कोलो पता श्याम दा, पता श्याम दा
मैं उड़ न सका आप, खबरा कोण ल्यायेगा,
जे श्याम न आया कोई पैगाम आयेगा.....
मैं बैठी राता कटा मैंनू नींद ना आवे,
कद दिन चढे ता वेखा शाम मेरा फेरा पायेगा,
जे श्याम न आया कोई पैगाम आयेगा.....
हुन आजा सतगुरु प्यारे मेरा वेख हाल वे, मेरा वेख हाल वे,
मेरी बिगड़ी होई दशा, दस कौन बनायेगा,
जे श्याम न आया कोई पैगाम आयेगा.....