तेरा दर तो हकीकत में दुखियो का सहारा है,
दरबार तेरा कान्हा जन्नत का नजारा है......
बिगड़ी हुयी तकदीरे तुम पल में बनाते हो,
दरबार तेरा कान्हा दुखियो का सहारा है,
तेरा दर तो हकीकत में दुखियो का सहारा है,
दरबार तेरा कान्हा जन्नत का नजारा है......
तेरे दर पे जो आता है खाली नही जाता है,
एक तु ही मेरा कान्हा जन्नत का नजारा है,
तेरा दर तो हकीकत में दुखियो का सहारा है,
दरबार तेरा कान्हा जन्नत का नजारा है......