श्याम-श्याम रट मन बावरा-2
श्याम बाबा तो, कलयुग अवतार,
वो भव से तारसी रे-2
तर्ज: पीयू-पीयू बोले पिया मोरनी...
खाटू नगरी चलो पग तांवला-2
खाटू से ही चाले म्हारे, श्याम री सरकार,
वो भव से तारसी रे-2
श्याम दर्श करो आख्या रे-2
श्याम सलोनो प्यारो, लखदातार,
वो भव से तारसी रे-2
श्याम भजन कर जीभड़ी-2
भजना से राजी होवे, लीला को सवार,
वो भव से तारसी रे-2
चरणा की रज धर माथा पे,
श्याम चरण रज, महिमा अपार,
वो भव से तारसी रे-2