देवा बाला जी कांटिया वाले,
भक्तो के हे रखवाले,
रिमझिम उतारे तेरी आरती,
बालाजी हम सब उतारे तेरी आरती,
सिर पर मुकुट कान मे कुन्डल हाथ मे गोठा साजे,
जगमग जगमग रूप निराला भुत प्रेत सब भागे,
जय हो माता अंजनी के लाला,
प्रभु के चरणो के प्यारा,
रिमझिम उतारे तेरी आरती......
बाला जी को राजतिलक मे प्रभु ने गोद बैठाया,
मकरसक्रान्ति का मेला लगे है,
भक्तो के मन भाए,
सबके मन को हरषाने वाले विपदा मिटाने वाले,
रिमझिम उतारे तेरी आरती........
भक्ति भाव से करे आरती तेरे सारे पुजारी,
मन दर्पण मे बसो बाला जी,
कलयुग के अवतारी,
तेरा 'राधे मयूर " गुणगावे,
"गोपाला" शीश नवाऐ,
रिमझिम उतारे तेरी आरती............
गायक रसीद मयूर इटावा राजस्थान
पैड प्लेर रहीस मयूर इटावा राजस्थान
9785090030,982992362