बारी सी उमरिया धानी सी चुनरिया,
गजब कर गई हाय ब्रज की राधा....
हाथों में रचाई रचनी सी मेहंदी,
रचनी सी मेहंदी, रचनी सी मेहंदी,
होठों पर लाली और नाक में नथुनिया,
गजब कर गई हाय ब्रज की राधा.....
कानों में पहनने की सोने की बाली,
सोने की बाली और मोतियन की वाली,
माथे पर टीका उमर है बारी,
गजब कर गई हाय ब्रज की राधा....
प्यारी सी सूरत दिल में समा गई,
दिल में समा गई मेरे मन में समा गई,
ना भई शादी अभी है कुंवारी,
गजब कर गई हाय ब्रज की राधा....
राधा को मैया मोहे दूल्हा बना दे,
दूल्हा बना दे मैया दूल्हा बना दे,
माथे पर मोहर मैया मेरे सजबादे,
गजब कर गई हाय ब्रज की राधा.....