मां गौरा तेरे लाल नू, मैं प्रथम मनावा,
मनोरथ पुरे करदा, सबदिया झोलियां भरदा,
गौरा तेरे लाल....
गौरी दुलारिया हे शिव सुत प्यारिया,
भक्ता दी नीरा तारी, दुष्टा नू मारिया,
मैं गुण तेरे गावा, ध्यान लगावा,
मनोरथ पुरे.....
सूरत तो सदके जावा, शोभा निराली ए,
लड्डुया दा भोग लगे, मुसे दी सवारी ए,
मैं ज्योति जगावा, आरती गावा,
मनोरथ पुरे....
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावदां,
कह मस्ताना चित चरणा च लावदां,
मैं शीश झुकावा, मैं भुल बख्शावा,
मनोरथ पुरे करदा, सबदिया झोलियां भरदा,
मां गौरा तेरे....