ग्यारश की रात आई ,मस्ती भी साथ लाई, लेके पैगाम आई है जो
मिलकर सब दो बधाई, खुशियां अपार छाई , भक्तों ने धूम मचाई है।
आया आया 2
आया आया जन्म दिन हे श्याम का 2
दीवाने हम दीवाने तेरे दर आ गए हैं
देने दिल से दुआएं,तेरा गुण गा रहे हैं
ओर कुछ दे न सकता , तुम्हे अपनी बताने
मिस्री मेवे का केक, भोग तुमको चढने
ऐसा उपहार लाया,भावों का हार लाया,भक्तों ने प्यार लाया हैं
सारा संसार आया, करने दीदार आया, सबपे धमाल छाया है
चंग ताशे नगाड़े ,तेरे दर पे बजे है
दुनिया के चांद तारे, तेरे दर पे सजे है
जयपुरिया बागा पगड़ी, कानों में कुण्डल सोहे
हाथों में मोर छड़ी है जो सबके मन को मोहे
कार्तिक महीना आया, सबके मन को हरसाय, लाया ये शुभ दिन लाया है
हर्षोल्लास छाया , मन में उमंग आया,ऐसा दातार पाया है
आज दर पे बाबा नाचेंगे गायेंगे
खाटू की गलियों में धूम मचाएगे
आपके भजनों पे सबको झुमाएंगे
जन्म उत्सव को श्याम संग मनाएंगे
जो तेरे दर पे आया, आया बहार आया किस्मत जगाने आया है
आया विशाल आया , बाबा की कृपा पाया सबको बताने आया है